Tujh Ko Pata

Tujh Ko Pata

Here is another Hindi poem in two flavors. Don't miss the quirky version at the bottom.

(Mood: Cute, Loving, Appeasing annoyed love)


तुझ को पता (sober version)


कुछ ख़ास है
कुछ बात है
हम दोनों के इस साथ मैं
तुझ को पता
मुझ को पता
तो फिर बता
क्यूँ इस तरह
तू दूर है यूं खफा-खफा


(kuch khaas hai
kuch baat hai
hum donon ke is saath mein
tujh ko pata
mujh ko pata
to phir bata
kyun is tarah
tu door hai yun khafa khafa)


तू बिंदास है
तू मिठास है
फिर यार क्यूँ चुपचाप है
मुंह खोल ना
कुछ बोल ना
तेरी बात मैं सब साज है

(tu bindaas hai
tu mithaas hai
phir yaar kyun chupchap hai
munh khol na
kuch bol na
teri baat main sab saaj hai)

तुझ को पता
मुझ को पता
क्यूँ इस तरह

तू दूर है यूं खफा-खफा

(tujh ko pata
mujh ko pata
to phir bata
kyun is tarah
tu door hai yun khafa khafa)

तू आग है
तू चिराग है
फिर बुझा ये क्यूँ अंदाज़ है
गलती मेरी
माफ़ी मेरी
बिगड़ी क्यूँ फिर सिरताज है

(tu aag hai
tu chirag hai
phir bujha ye kyun andaaz hai
galti meri
mafi meri
bigdi kyun fir sirtaaj hai)

तुझ को पता
मुझ को पता
क्यूँ इस तरह
तू दूर है यूं खफा-खफा

तू सत्कार है
नमस्कार है
फिर धुंधला क्यूँ अलंकार है
मेरा गरज़ तू
मेरा फ़र्ज़ तू
फिर कैसा ये अंतराल है

(tu satkaar hai
namaskar hai
phir dhundhla kyun alankaar hai
mera garz tu
mera farz tu
phir kaisa ye antraal hai)

तुझ को पता
मुझ को पता
क्यूँ इस तरह
तू दूर है यूं खफा-खफा

तू मान है
तू धयान है
हर रस तुझ पे कुर्बान है
हैरान क्यूँ
परेशान क्यों
तुझ ही से तो सब गुनगान है

(tu maan hai
tu dhyan hai
har ras tujh pe kurbaan hai
hairan kyun
pareshaan kyun
tujh hi se to sab gungaan hai(

तुझ को पता
मुझ को पता
क्यूँ इस तरह
तू दूर है यूं खफा-खफा

तू अलफ़ाज़ है
तू आवाज़ है
कथा है मेरी किताब है
अब जाने दे
हंसी आने दे
तुझ मैं मेरा भगवान् है

(tu alfaaz hai
tu awaaz hai
katha meri kitab hai
ab jaane de
hansi aane de
tujh mein mera bhagwan hai)

तुझ को पता
मुझ को पता
क्यूँ इस तरह
तू दूर है यूं खफा-खफा
कुछ ख़ास है
कुछ बात है
हम दोनों के इस साथ मैं


तुझ को पता (Quirky Version)


कुछ ख़ास है
कुछ बात है
हम दोनों के इस knot मैं
तुझ को पता
मुझ को पता
तो फिर बता
क्यूँ इस तरह
तू दूर है यूं खफा-खफा


तू बिंदास है
तू मिठास है
फिर यार क्यूँ ये dash है
मुंह खोल ना
कुछ बोल ना
तेरी बात मैं सब jazz है

तुझ को पता
मुझ को पता
क्यूँ इस तरह

तू दूर है यूं खफा-खफा

तू आग है
तू चिराग है
फिर बुझा ये क्यूँ flash है
गलती मेरी
माफ़ी मेरी
बिगड़ी क्यूँ फिर boss है

तुझ को पता
मुझ को पता
क्यूँ इस तरह
तू दूर है यूं खफा-खफा

तू सत्कार है
नमस्कार है
फिर धुंधला क्यूँ ये star है
मेरा गरज़ तू
मेरा फ़र्ज़ तू
फिर कैसा ये spar है

तुझ को पता
मुझ को पता
क्यूँ इस तरह
तू दूर है यूं खफा-खफा

तू मान है
तू धयान है
हर रस का baazaar है
हैरान क्यूँ
परेशान क्यों
तुझ ही से तो ये guitar है

तुझ को पता
मुझ को पता
क्यूँ इस तरह
तू दूर है यूं खफा-खफा

तू अलफ़ाज़ है
तू आवाज़ है
कथा है मेरी award है
अब जाने दे
हंसी आने दे
तुझ मैं मेरा god है

तुझ को पता
मुझ को पता
क्यूँ इस तरह
तू दूर है यूं खफा-खफा
कुछ ख़ास है
कुछ बात है
हम दोनों के इस knot मैं


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